भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को आतंकवाद को लेकर एक अभूतपूर्व और कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि अगर पाकिस्तान ने राज्य-प्रायोजित आतंकवाद बंद नहीं किया, तो भारतीय सेना इस बार ऐसा कदम उठाएगी कि पाकिस्तान को भूगोल (Geographical Presence) में अपनी जगह बनाए रखने के बारे में सोचना पड़ेगा।
राजस्थान के अनूपगढ़ में एक सैन्य चौकी पर जवानों को संबोधित करते हुए, जनरल द्विवेदी ने कहा, “इस बार हम वह संयम नहीं बरतेंगे जो हमने ऑपरेशन सिंदूर 1.0 के दौरान दिखाया था। इस बार हम कुछ ऐसा करेंगे कि पाकिस्तान को सोचना पड़ेगा कि क्या वह भूगोल में रहना चाहता है या नहीं। अगर पाकिस्तान भूगोल में रहना चाहता है, तो उसे राज्य-प्रायोजित आतंकवाद बंद करना होगा।”
संयम की सीमा समाप्त
सेना प्रमुख का यह बयान पाकिस्तान को एक स्पष्ट संदेश देता है कि सीमा पार आतंकवाद को भारत अब और बर्दाश्त नहीं करेगा। उनका यह संकेत है कि अगली सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के पहले चरण से कहीं अधिक निर्णायक और ज़ोरदार होगी, जिसमें पाकिस्तान की भौगोलिक पहचान तक को मिटाने की क्षमता होगी। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि भारत एक देश के रूप में पूरी तरह से तैयार है।
जनरल द्विवेदी ने जवानों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा, “आपको पूरी तैयारी बनाए रखनी है। अगर ईश्वर ने चाहा, तो आपको जल्द ही मौका मिलेगा। शुभकामनाएं।” यह टिप्पणी सशस्त्र बलों के उच्च मनोबल और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए उनकी तत्परता को दर्शाती है।
ऑपरेशन सिंदूर का संदर्भ
जनरल द्विवेदी ने अपने बयान में ‘ऑपरेशन सिंदूर 1.0’ का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान भारत ने दुनिया के सामने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों के सबूत पेश किए थे। सेना प्रमुख ने कहा कि अगर भारत ये सबूत उजागर नहीं करता, तो पाकिस्तान इस सच्चाई को छिपा लेता।
यह ऑपरेशन पहलगाम हमले के बाद शुरू किया गया था, जिसमें भारतीय सेना ने सटीक निशाना साधने वाले लंबी दूरी के हथियारों का उपयोग करते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया था। इस ऑपरेशन के दौरान भारत का ध्यान केवल आतंकवादी ठिकानों, उनके प्रशिक्षण केंद्रों और मास्टरमाइंड को खत्म करने पर था, और यह सुनिश्चित किया गया था कि किसी भी निर्दोष नागरिक को नुकसान न पहुंचे।
वायुसेना प्रमुख का समर्थन
सेना प्रमुख की इस चेतावनी से पहले, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय सेना की सफलता का ब्यौरा दिया था। उन्होंने खुलासा किया था कि इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के भीतर 300 किलोमीटर की दूरी पर अब तक की सबसे लंबी मारक क्षमता वाली ‘किल’ हासिल की थी। उन्होंने यह भी बताया कि इस ऑपरेशन में अमेरिका निर्मित F-16 और चीन निर्मित JF-17 सहित पाकिस्तान के कई लड़ाकू जेट विमान नष्ट किए गए थे। एयर चीफ मार्शल ने कहा था कि भारतीय कार्रवाई ने पाकिस्तान को युद्धविराम (Ceasefire) की गुहार लगाने पर मजबूर कर दिया था।
सेना और वायुसेना प्रमुखों के ये बयान स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति अब केवल संयम पर आधारित नहीं है, बल्कि सीमा पार से होने वाले किसी भी आतंकी कृत्य का निर्णायक और आक्रामक तरीके से जवाब देने के लिए तैयार है। यह चेतावनी पाकिस्तान के लिए एक अंतिम संदेश है कि उसे आतंकवाद को बढ़ावा देने की अपनी नीति को तुरंत बदलना होगा।