Vinod Khanna के इंटीमेट सीन से दंग रह गए थे उनके पिता, जानिए क्या था पूरा मामला

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता Vinod Khanna, जिनकी दमदार अदाकारी और आकर्षक व्यक्तित्व ने लाखों दिलों पर राज किया, अपने करियर में कई ऐसे मोड़ों से गुज़रे जहाँ उन्हें आलोचना और प्रशंसा दोनों का सामना करना पड़ा। ऐसा ही एक किस्सा उनकी फिल्म ‘दयावान’ (1988) से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने उस समय की उभरती अभिनेत्री माधुरी दीक्षित के साथ कुछ बेहद अंतरंग दृश्य दिए थे। ये दृश्य न केवल दर्शकों के लिए बल्कि स्वयं विनोद खन्ना के परिवार, खासकर उनके पिता के लिए भी एक चौंकाने वाला अनुभव थे।

‘दयावान’ और वो विवादित दृश्य

फिरोज खान द्वारा निर्देशित ‘दयावान’ एक रीमेक फिल्म थी, जिसमें Vinod Khanna ने मुख्य भूमिका निभाई थी। फिल्म में माधुरी दीक्षित उनके अपोजिट थीं और दोनों के बीच कुछ बेहद बोल्ड और इंटेंस लव मेकिंग सीन फिल्माए गए थे। उस दौर में भारतीय सिनेमा के लिए ये दृश्य काफी आगे माने जाते थे और इन्होंने रिलीज़ के बाद काफी सुर्खियां बटोरीं।

रिपोर्ट्स के अनुसार, इन दृश्यों को लेकर सेट पर भी काफी चर्चा थी। कहा जाता है कि Vinod Khanna और माधुरी दीक्षित के बीच ये सीन इतने इंटेंस थे कि कई बार कट बोलने के बाद भी Vinod Khanna खुद को रोक नहीं पाए थे। हालाँकि, इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है और ये अक्सर बॉलीवुड की गपशप का हिस्सा रही है।

पिता का चौंकाने वाला रिएक्शन

यह खबर जब Vinod Khanna के पिता तक पहुंची तो वह हैरान रह गए। मीडिया रिपोर्ट्स और पुराने साक्षात्कारों के अनुसार, Vinod Khanna के पिता बेहद धार्मिक और पारंपरिक व्यक्ति थे। उन्हें अपने बेटे के ऐसे दृश्य बड़े पर्दे पर देखना बिलकुल भी गवारा नहीं था। कहा जाता है कि उन्होंने इस बारे में Vinod Khanna से नाराजगी व्यक्त की थी और उन्हें इस तरह के दृश्यों से बचने की सलाह दी थी। यह उनके लिए एक व्यक्तिगत झटका था कि उनके बेटे, जिसे वे एक आदर्श रूप में देखते थे, ऐसे दृश्यों का हिस्सा बन रहे थे।

Vinod Khanna ने खुद भी अपने एक पुराने इंटरव्यू में इस घटना का जिक्र किया था। उन्होंने बताया था कि उनके पिता को ‘दयावान’ के वो सीन बिल्कुल पसंद नहीं आए थे और उन्हें इस बात से काफी ठेस पहुंची थी। यह दिखाता है कि उस दौर में अभिनेताओं के लिए अपने परिवार और समाज की अपेक्षाओं के बीच संतुलन बनाना कितना मुश्किल था।

माधुरी दीक्षित पर भी पड़ा असर

इन दृश्यों का असर केवल Vinod Khanna पर ही नहीं, बल्कि माधुरी दीक्षित के करियर पर भी पड़ा। हालाँकि ‘दयावान’ के बाद माधुरी एक सुपरस्टार बन गईं, लेकिन लंबे समय तक इन दृश्यों को लेकर उनसे सवाल पूछे जाते रहे। कई बार उन्होंने खुद इस बात पर अफसोस जताया कि उन्होंने वो सीन किए। उनका मानना था कि उन दृश्यों को उतना फिल्माना ज़रूरी नहीं था जितना कि फिल्माया गया था।

एक दौर का आईना

आज के समय में जब भारतीय सिनेमा में बोल्डनेस एक आम बात हो गई है, ‘दयावान’ के वो दृश्य शायद उतने चौंकाने वाले न लगें। लेकिन उस दौर में, ये भारतीय दर्शकों और फिल्म निर्माताओं दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ थे। यह घटना न केवल विनोद खन्ना के व्यक्तिगत जीवन का एक हिस्सा है, बल्कि यह उस दौर के सामाजिक और नैतिक मूल्यों का भी आईना है कि कैसे सिनेमा समाज को प्रभावित करता था और कैसे समाज सिनेमा पर अपनी प्रतिक्रिया देता था।

विनोद खन्ना ने अपने करियर में कई यादगार भूमिकाएं निभाईं और ‘दयावान’ भले ही एक विवादित अध्याय रहा हो, लेकिन यह उनकी बहुमुखी प्रतिभा और जोखिम लेने की क्षमता को भी दर्शाता है। यह किस्सा आज भी बॉलीवुड के इतिहास में एक दिलचस्प घटना के रूप में याद किया जाता है, जो बताता है कि स्टारडम की चकाचौंध के पीछे भी कई व्यक्तिगत और पारिवारिक चुनौतियां होती हैं।

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