हाल ही में Union minister अश्विनी वैष्णव द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किया गया एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें रेलवे ट्रैक पर एक हथिनी को बच्चे को जन्म देते हुए दिखाया गया है। इस हृदयस्पर्शी घटना के दौरान, नवजात हाथी के बच्चे और उसकी मां को सुरक्षित रास्ता देने के लिए एक ट्रेन को लगभग दो घंटे तक रोकना पड़ा।
यह घटना भारत के वन्यजीव संरक्षण प्रयासों और रेलवे अधिकारियों की संवेदनशीलता का एक अद्भुत उदाहरण है। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि कैसे हथिनी प्रसव पीड़ा में है और आसपास मौजूद रेलवे कर्मचारी और वन विभाग के अधिकारी स्थिति को सावधानीपूर्वक संभाल रहे हैं। जैसे ही बच्चे का जन्म होता है, पूरा दृश्य एक भावनात्मक पल में बदल जाता है।
Union minister वैष्णव ने अपने ट्वीट में इस घटना को “मातृशक्ति” का प्रतीक बताया और रेलवे कर्मचारियों की प्रशंसा की, जिन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए ट्रेन को रोका और हाथियों को सुरक्षित मार्ग प्रदान किया। उन्होंने लिखा, “माँ की ममता और भारतीय रेल का मानवीय चेहरा। ओडिशा में एक हथिनी ने रेलवे ट्रैक पर दिया बच्चे को जन्म। ट्रेन को रोका गया, माँ और नवजात को सुरक्षित रास्ता दिया गया।”
यह घटना ओडिशा राज्य में घटित हुई, जहाँ मानव-हाथी संघर्ष अक्सर एक चिंता का विषय रहा है। हालांकि, इस विशेष मामले में, रेलवे अधिकारियों और वन्यजीव विभाग के बीच समन्वय ने एक सुखद परिणाम सुनिश्चित किया। ट्रेन को निर्धारित समय से लगभग दो घंटे के लिए रोका गया, जिससे हथिनी को अपने बच्चे को जन्म देने और उसे सहारा देने का पर्याप्त समय मिल गया। बाद में, वन विभाग की टीम ने माँ और बच्चे दोनों को ट्रैक से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
इस घटना ने सोशल मीडिया पर व्यापक सराहना बटोरी है, जिसमें नेटिज़न्स ने रेलवे और वन विभाग दोनों की त्वरित प्रतिक्रिया और संवेदनशीलता की प्रशंसा की है। यह वीडियो प्रकृति के प्रति सम्मान और वन्यजीवों के साथ सह-अस्तित्व की आवश्यकता का एक शक्तिशाली अनुस्मारक बन गया है। यह दिखाता है कि कैसे मानवीय हस्तक्षेप, जब संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ किया जाता है, तो वन्यजीवों के लिए एक सकारात्मक परिणाम दे सकता है।
यह सिर्फ एक हाथी के बच्चे का जन्म नहीं था, बल्कि यह प्रकृति और मानव जाति के बीच एक दुर्लभ और सुंदर संबंध का प्रतीक बन गया है। यह घटना भविष्य में भी ऐसे ही सहयोग और समझ के लिए एक प्रेरणा का काम करेगी, ताकि हमारे वन्यजीव सुरक्षित रह सकें और हम उनके साथ शांतिपूर्वक सह-अस्तित्व में रह सकें।