मध्य प्रदेश की वकील Archana Tiwari, जो करीब दो सप्ताह पहले ट्रेन यात्रा के दौरान रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थीं, उन्हें उत्तर प्रदेश में नेपाल सीमा के पास से सकुशल बरामद कर लिया गया है। इस खबर ने उनके परिवार को बड़ी राहत दी है, लेकिन इस मामले से जुड़े कई सवाल अभी भी बाकी हैं। पुलिस ने बताया है कि Archana Tiwari को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में नेपाल सीमा के पास से ढूंढा गया है और उन्हें भोपाल लाया जा रहा है, जहां उनसे पूछताछ की जाएगी।
घटनाक्रम: क्या हुआ था उस दिन?
29 वर्षीय सिविल जज की तैयारी कर रहीं Archana Tiwari 7 अगस्त को इंदौर-बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस से अपने गृहनगर कटनी के लिए निकली थीं। रक्षाबंधन के त्योहार के लिए घर जा रही थीं, लेकिन वह कटनी स्टेशन पर नहीं पहुंचीं। उनके परिवार वालों ने जब ट्रेन में उनका सामान देखा, तो उनका बैग तो मिल गया, लेकिन अर्चना वहां नहीं थीं। परिवार से उनकी आखिरी बातचीत रात 10:15 बजे के आसपास हुई थी, जब उन्होंने बताया था कि ट्रेन भोपाल के पास है। इसके बाद उनका फोन बंद हो गया था। इस घटना के बाद से पुलिस की कई टीमें उनकी तलाश में जुटी थीं।
जांच और खुलासे
जांच के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। सबसे पहले, पुलिस को पता चला कि अर्चना का टिकट ग्वालियर में तैनात एक पुलिस कांस्टेबल ने बुक किया था। पुलिस ने उस कांस्टेबल से पूछताछ की, लेकिन उसने इस बात से इनकार किया कि उसका इस मामले से कोई हाथ है। पुलिस ने रानी कमलापति स्टेशन से लेकर इटारसी और कटनी तक के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। Archana Tiwari का आखिरी मोबाइल लोकेशन इटारसी स्टेशन के पास पाया गया था।
रहस्य अभी भी कायम है
भले ही Archana Tiwari मिल गई हैं, लेकिन इस केस से जुड़े कई सवाल अभी भी अनसुलझे हैं। सबसे बड़ा सवाल यही है कि वह इटारसी से लखीमपुर खीरी कैसे पहुंचीं और इन 12 दिनों तक कहां थीं? क्या उनका अपहरण किया गया था, या वह अपनी मर्जी से गई थीं? क्या ग्वालियर के उस कांस्टेबल से उनका कोई संबंध था?
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि ये सभी रहस्य अर्चना के भोपाल पहुंचने और उनसे गहन पूछताछ के बाद ही सुलझेंगे। फिलहाल, पुलिस इस मामले में किसी भी तरह की जानकारी देने से बच रही है। यह मामला अब सिर्फ एक गुमशुदगी का नहीं रहा, बल्कि एक ऐसा रहस्य बन गया है, जिस पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं।