हॉलीवुड की सबसे लोकप्रिय हॉरर फ्रेंचाइजी में से एक ‘The Conjuring’ अपनी नई और आखिरी फिल्म ‘The Conjuring: लास्ट राइट्स’ के साथ वापस आ गई है। यह फिल्म एक बार फिर पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर एड और लॉरेन वॉरेन की सच्ची घटनाओं पर आधारित है। फिल्म में मुख्य भूमिकाएं निभा रहे वेरा फार्मिगा और पैट्रिक विल्सन ने एक बार फिर अपने किरदारों को जीवंत कर दिया है, लेकिन क्या यह फिल्म दर्शकों की उम्मीदों पर खरी उतर पाती है, आइए जानते हैं।
कहानी और निर्देशन
निर्देशक माइकल शोव्ज ने इस बार स्मर्ल परिवार के केस को आधार बनाया है। कहानी 1973 में शुरू होती है, जब यह परिवार बाढ़ में अपना घर खोने के बाद एक डुप्लेक्स में रहने चला जाता है। जल्द ही, घर में अजीबोगरीब और हिंसक घटनाएं होने लगती हैं। फिल्म का पहला हिस्सा एक पारिवारिक ड्रामा की तरह आगे बढ़ता है, जिसमें हॉरर की बजाय मनोवैज्ञानिक थ्रिलर का एहसास ज्यादा होता है। हालांकि, दूसरे हिस्से में फिल्म धीरे-धीरे अपने असली हॉरर फ्लेवर में आती है।
अभिनय और भावनात्मक जुड़ाव
वेरा फार्मिगा ने लॉरेन वॉरेन के किरदार में अपनी शांत और सौम्य एक्टिंग से एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह इस फ्रेंचाइजी का भावनात्मक स्तंभ क्यों हैं। पैट्रिक विल्सन ने भी एड वॉरेन के रूप में एक संतुलित और दमदार परफॉर्मेंस दी है। दोनों की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री हमेशा की तरह शानदार है, जो फिल्म को एक मजबूत भावनात्मक आधार देती है।
क्या है खास?
यह फिल्म फ्रेंचाइजी के पहले युग को समाप्त करती है। फिल्म में कुछ जंप स्केयर ज़रूर हैं जो आपको चौंका सकते हैं। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक माहौल बनाने में कामयाब रहता है। कहानी में इमोशंस और हॉरर का मिश्रण इसे एक संतुलित समापन देता है। हालांकि, कुछ समीक्षकों का मानना है कि यह सीरीज की सबसे बेहतरीन फिल्म नहीं है और इसमें हॉरर की थोड़ी कमी है, जबकि अन्य इसे तीसरी फिल्म से बेहतर मानते हैं।
निर्णय
अगर आप ‘The Conjuring’ फ्रेंचाइजी के फैन हैं और एड और लॉरेन वॉरेन की आखिरी कहानी देखना चाहते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए एक अच्छा अनुभव हो सकती है। यह फिल्म हॉरर और इमोशन का एक दिलचस्प मिश्रण पेश करती है, जो इसे देखने लायक बनाता है।