फिल्म निर्माता बोनी कपूर, जो अपनी भव्य और बड़े बजट की फिल्मों के लिए जाने जाते हैं, हाल ही में अपनी सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक ‘Maidaan’ को लेकर चर्चा में हैं। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों को उतना आकर्षित नहीं किया, जितनी उम्मीद की गई थी। अब बोनी कपूर ने खुद इस बात का खुलासा किया है कि इस फिल्म पर ₹200 करोड़ से अधिक का भारी-भरकम खर्च आया था। उन्होंने एक इंटरव्यू में स्वीकार किया कि फिल्म की असफलता की जिम्मेदारी कहीं न कहीं उनकी थी, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने हिम्मत दिखाई और एक अच्छी कहानी को पर्दे पर लाने का जोखिम उठाया।
एक महत्वाकांक्षी सपना जो अधूरा रह गया
‘Maidaan’ भारतीय फुटबॉल के स्वर्ण युग पर आधारित एक बायोपिक थी, जिसमें अजय देवगन ने कोच सैयद अब्दुल रहीम का किरदार निभाया था। फिल्म को समीक्षकों से काफी सराहना मिली, लेकिन दर्शकों ने इसे सिनेमाघरों में उतना समर्थन नहीं दिया। इस फिल्म को बनाने में बोनी कपूर ने न केवल अपनी पूरी ताकत झोंक दी, बल्कि इसमें भारी आर्थिक निवेश भी किया। बोनी कपूर ने बताया कि फिल्म का बजट शुरुआत में ₹50-60 करोड़ तय किया गया था, लेकिन कोविड-19 महामारी और अन्य अप्रत्याशित देरी के कारण यह बजट बढ़कर ₹200 करोड़ से भी ऊपर चला गया।

बजट में बढ़ोतरी के कारण
बोनी कपूर ने विस्तार से बताया कि बजट में इतनी बढ़ोतरी क्यों हुई। उन्होंने कहा, “जब हम ‘Maidaan’ पर काम कर रहे थे, तो तीन बार महामारी के कारण काम रोकना पड़ा। अजय देवगन और अन्य कलाकारों की तारीखों का समायोजन करना मुश्किल हो गया था। इसके अलावा, फुटबॉल मैच के दृश्यों को शूट करने के लिए विदेशी खिलाड़ियों को बुलाना और उन्हें लंबे समय तक भारत में रखना पड़ा। स्टेडियम और सेट का निर्माण करना पड़ा, जो बार-बार रोकना और फिर से शुरू करना पड़ा। इन सब कारणों से फिल्म का बजट लगातार बढ़ता गया।”
उन्होंने आगे कहा, “एक समय ऐसा भी आया जब मुझे लगा कि मुझे फिल्म रोक देनी चाहिए, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया। मुझे कहानी पर पूरा विश्वास था। मुझे लगा कि यह एक ऐसी फिल्म है जिसे बनाया जाना चाहिए, भले ही इसमें कितना भी जोखिम हो।” बोनी कपूर ने बताया कि इस फिल्म के कारण उन्हें अपनी कई संपत्तियां गिरवी रखनी पड़ीं और भारी कर्ज लेना पड़ा।
‘गलती मेरी थी, लेकिन मैंने हिम्मत दिखाई’
बोनी कपूर ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “मैंने यह कभी नहीं कहा कि यह अजय देवगन की फिल्म थी, या यह अमित शर्मा (निर्देशक) की फिल्म थी। यह मेरी फिल्म थी। गलती मेरी थी, क्योंकि मैंने इसका बजट इतना बढ़ जाने दिया। लेकिन मैं यह भी मानता हूं कि मैंने हिम्मत दिखाई। मैंने एक ऐसी फिल्म बनाई, जो शायद व्यावसायिक रूप से सफल न हो, लेकिन कलात्मक और भावनात्मक रूप से बहुत समृद्ध है।”
उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का कोई पछतावा नहीं है कि उन्होंने ‘Maidaan’ पर इतना पैसा लगाया। “पछतावा तब होता है जब आप एक बुरी फिल्म बनाते हैं। ‘Maidaan’ एक बुरी फिल्म नहीं थी। इसे समीक्षकों ने पसंद किया, और जो लोगों ने इसे देखा, उन्होंने इसकी बहुत सराहना की। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हो पाई।”
‘फिल्म बनाना जुआ खेलने जैसा है’
बोनी कपूर ने फिल्म निर्माण को एक जुआ करार दिया। उन्होंने कहा, “आप कभी नहीं जान सकते कि कौन सी फिल्म चलेगी और कौन सी नहीं। हम केवल अपनी पूरी क्षमता से काम कर सकते हैं और एक अच्छी कहानी को पर्दे पर ला सकते हैं। ‘मैदान’ मेरे लिए एक जुनून परियोजना थी, और मैं इसे पूरा करके खुश हूं, भले ही इसका वित्तीय परिणाम निराशाजनक रहा हो।”
यह खुलासा बोनी कपूर के साहस और फिल्म निर्माण के प्रति उनके जुनून को दर्शाता है। यह दिखाता है कि बॉलीवुड में बड़े बजट की फिल्में बनाना कितना जोखिम भरा हो सकता है, और सफलता की कोई गारंटी नहीं होती। ‘Maidaan’ भले ही बॉक्स ऑफिस पर असफल रही हो, लेकिन यह बोनी कपूर के करियर की एक महत्वपूर्ण फिल्म रहेगी, जो उनके साहसिक निर्णयों और कला के प्रति उनके समर्पण की कहानी कहती है।