नई दिल्ली: भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र को एक महत्वपूर्ण बढ़ावा मिला है, क्योंकि दक्षिण कोरियाई इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी Samsung ने देश में अपनी उन्नत प्रौद्योगिकी के उपकरणों का विनिर्माण विस्तार करने का निर्णय लिया है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में इसकी पुष्टि की, जिसे ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।
Samsung पहले से ही भारत में अपने मोबाइल फोन के उत्पादन को मजबूत कर रही है, और अब कंपनी ने लैपटॉप जैसे अन्य उन्नत उपकरणों के विनिर्माण को भी शामिल किया है। वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया कि सैमसंग भारत में प्रतिभा और नवाचार से प्रेरित होकर अपने उन्नत तकनीकी उपकरणों का विनिर्माण लगातार बढ़ा रही है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत में सैमसंग की अनुसंधान इकाई में 7,000 से अधिक इंजीनियर कार्यरत हैं, जो देश के तकनीकी कौशल और क्षमता को दर्शाता है।
विनिर्माण और निर्यात में भारत का बढ़ता महत्व
Samsung का यह कदम भारत को वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स आपूर्ति श्रृंखला में एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करता है। कंपनी के पास पहले से ही भारत में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन संयंत्र है और यह देश से Apple के बाद दूसरा सबसे बड़ा हैंडसेट निर्यातक भी है। भारत सरकार की उत्पादन-आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजना जैसी नीतियों ने इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश को आकर्षित किया है, जिससे देश में मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
पिछले एक दशक में, 2014-15 से शुरू होकर, भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन $31 बिलियन से बढ़कर $133 बिलियन हो गया है। साथ ही, 2025-26 की पहली तिमाही में इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात में भी 47% से अधिक की वृद्धि देखी गई है। यह आंकड़े यह साबित करते हैं कि भारत न केवल अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने में आत्मनिर्भर हो रहा है, बल्कि वैश्विक बाजार में भी एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन रहा है।
रोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम
Samsung जैसे बड़े ब्रांड का भारत में विनिर्माण विस्तार, देश के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा करेगा। यह न केवल सीधे तौर पर तकनीकी और इंजीनियरिंग भूमिकाओं में रोजगार प्रदान करेगा, बल्कि सहायक उद्योगों और आपूर्ति श्रृंखला में भी वृद्धि करेगा। इससे भारत में तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूती मिलेगी। यह कदम भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो देश की आर्थिक वृद्धि और तकनीकी प्रगति के लिए सकारात्मक संकेत है।
भारत का लक्ष्य इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण को बढ़ावा देकर एक वैश्विक विनिर्माण हब बनना है। Samsung का यह नवीनतम विस्तार इस लक्ष्य को प्राप्त करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।