मनोज बाजपेयी और RGV की जोड़ी ने एक बार फिर वापसी की है, लेकिन इस बार कुछ अलग ही अंदाज़ में. उनकी नई फिल्म ‘Police Station Mein Bhoot’ का फर्स्ट लुक सामने आया है, और इसने इंटरनेट पर तूफान मचा दिया है.
AI का जादू या फ़िल्मी फ़ेल?
सोशल मीडिया पर इस फर्स्ट लुक को लेकर फैंस में मिलाजुला रिएक्शन है. जहाँ कुछ लोग इस हॉरर-कॉमेडी के कॉन्सेप्ट को लेकर उत्साहित हैं, वहीं ज़्यादातर लोग इसे AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) द्वारा बनाया गया बताकर इसकी आलोचना कर रहे हैं.
फर्स्ट लुक में मनोज बाजपेयी और राम गोपाल वर्मा अजीब से डरावने चेहरों के साथ दिखाई दे रहे हैं, जिन्हें देखकर लगता है कि यह AI टूल से बनाया गया है. कुछ फैंस का कहना है कि यह “भयानक” लग रहा है, जबकि कुछ ने इसे “फैन-मेड” पोस्टर कह दिया है. एक यूज़र ने तो यहाँ तक लिखा है, “यह क्या है? राम गोपाल वर्मा ने आखिरकार अपनी फिल्मों के लिए AI का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है.”
पुरानी केमिस्ट्री की कमी
राम गोपाल वर्मा और मनोज बाजपेयी ने मिलकर ‘सत्या’ और ‘शूल’ जैसी आइकॉनिक फिल्में दी हैं, जिनकी गिनती हिंदी सिनेमा की बेहतरीन फिल्मों में होती है. उनकी पिछली फिल्मों की गहराई और वास्तविकता की तुलना में, ‘Police Station Mein Bhoot’ का यह फर्स्ट लुक हल्का और बेजान सा लगता है.
फिल्म के टाइटल को लेकर भी लोग सवाल उठा रहे हैं. ‘पुलिस स्टेशन में भूत’ एक सीधा-सादा शीर्षक है, लेकिन पोस्टर की गुणवत्ता ने फैंस को निराश किया है. लोग उम्मीद कर रहे थे कि इस दिग्गज जोड़ी से कुछ नया और मौलिक देखने को मिलेगा, लेकिन लगता है कि इस बार RGV ने टेक्नोलॉजी का सहारा लिया है.
क्या ये महज़ एक मार्केटिंग स्टंट है?
यह भी संभव है कि राम गोपाल वर्मा ने जानबूझकर ऐसा AI-जनरेटेड पोस्टर जारी किया हो ताकि यह चर्चा का विषय बने. फिल्म इंडस्ट्री में इस तरह के विवादित पोस्टर या टीज़र का इस्तेमाल अक्सर मार्केटिंग के लिए किया जाता है. अगर यह एक मार्केटिंग रणनीति है, तो यह काम कर गई है क्योंकि यह पोस्टर हर जगह चर्चा में है.
मनोज बाजपेयी ने अपने सोशल मीडिया पर इसे शेयर करते हुए लिखा है, “RGV वापस आ गए हैं और हम सब के लिए एक सरप्राइज लेकर आए हैं.” अब देखना यह है कि यह “सरप्राइज” सचमुच कुछ अच्छा है या सिर्फ एक और AI-जनरेटेड एक्सपेरिमेंट.