Pune के हिंजवड़ी स्थित एक प्रमुख आईटी कंपनी में मंगलवार दोपहर उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक 32 वर्षीय टेककर्मी ने कथित तौर पर अपनी दफ़्तर की इमारत की 10वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना के तुरंत बाद कंपनी परिसर और आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें आत्महत्या का कारण कार्यस्थल के तनाव और व्यक्तिगत समस्याओं को बताया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान आकाश वाधवा (उम्र 32) के रूप में हुई है, जो पिछले चार सालों से उक्त आईटी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, मंगलवार दोपहर करीब 2:30 बजे आकाश एक महत्वपूर्ण मीटिंग से बाहर निकले और सीधे इमारत की छत की ओर चले गए। कुछ ही मिनटों बाद, उन्हें इमारत से कूदते हुए देखा गया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही हिंजवड़ी पुलिस स्टेशन की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस ने बताया कि मृतक के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। इस नोट में आकाश ने लिखा है कि वह पिछले कुछ समय से काम के अत्यधिक दबाव और निजी जीवन में चल रही परेशानियों से जूझ रहे थे, जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाया। नोट में किसी विशेष व्यक्ति को उनकी मौत के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “हम इस दुखद घटना से स्तब्ध हैं। आकाश एक मेहनती और समर्पित कर्मचारी थे। हम उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और इस कठिन समय में उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” कंपनी ने यह भी कहा है कि वे पुलिस जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं।
इस घटना ने एक बार फिर कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को उजागर किया है, खासकर आईटी क्षेत्र में जहां पेशेवरों पर अक्सर अत्यधिक दबाव होता है। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि कंपनियों को अपने कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए और अधिक सहायता प्रणाली और परामर्श कार्यक्रम प्रदान करने की आवश्यकता है।
पुलिस ने आकाश के परिवार को सूचित कर दिया है और वे पुणे पहुंच रहे हैं। मामले में आगे की जांच जारी है और पुलिस अन्य पहलुओं की भी पड़ताल कर रही है कि कहीं इसके पीछे कोई और कारण तो नहीं था।