Meerut में कांवड़ यात्रा के मद्देनजर स्कूलों को बंद रखने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। इस वर्ष कांवड़ यात्रियों की बढ़ती संख्या और सड़कों पर भीड़भाड़ को देखते हुए प्रशासन ने यह फैसला किया है ताकि छात्रों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
छुट्टियों की तारीखें:
Meerut जिले में सभी प्राथमिक, माध्यमिक, कॉलेज और प्राइवेट स्कूल 16 जुलाई से 23 जुलाई 2025 तक बंद रहेंगे। जिलाधिकारी डॉ. वी. के. सिंह ने बताया कि 23 जुलाई को श्रावण मास की शिवरात्रि है, जिसके बाद 24 जुलाई से स्कूलों को फिर से खोला जाएगा।
फैसले का कारण:
यह निर्णय मुख्य रूप से कांवड़ियों की भारी संख्या के कारण होने वाले यातायात जाम और बच्चों के स्कूल आने-जाने में होने वाली परेशानियों को देखते हुए लिया गया है। कांवड़ यात्रा के दौरान विभिन्न मार्गों पर वाहनों का आवागमन प्रभावित होता है और रूट डायवर्जन किया जाता है, जिससे छात्रों और शिक्षकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था:
हालांकि, इन छुट्टियों के दौरान छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए कई स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जाएगा। प्रशासन ने भी यह स्पष्ट किया है कि कांवड़ यात्रा की पूर्णता और शिवरात्रि के बाद जब स्थिति सामान्य हो जाएगी, तभी स्कूलों को पूरी तरह से खोला जाएगा।
अभिभावकों ने प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया है, उनका कहना है कि इससे बच्चों को जाम और गर्मी में फंसने की परेशानी से राहत मिलेगी, वहीं ऑनलाइन कक्षाओं से पढ़ाई भी प्रभावित नहीं होगी। प्रशासन ने सभी निजी और सरकारी विद्यालयों को इन आदेशों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
यह उल्लेखनीय है कि कांवड़ यात्रा एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार की ओर जाते हैं। Meerut जैसे जिले कांवड़ यात्रा के प्रमुख मार्गों पर पड़ते हैं, जिससे यहां पर विशेष व्यवस्थाएं करनी पड़ती हैं।