उत्तर प्रदेश: Mathura जंक्शन रेलवे स्टेशन से गुरुवार को अपहृत हुई एक तीन साल की बच्ची को राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने 36 घंटे के भीतर सकुशल बरामद कर लिया है। बच्ची को आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से बरामद किया गया और इस दौरान अपहरणकर्ता को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। यह पूरा ऑपरेशन जीआरपी की त्वरित कार्रवाई और विभिन्न स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से सफल हो पाया।
अपहरण की पूरी कहानी
Mathura जंक्शन पर गुरुवार सुबह एक महिला अपनी तीन साल की बेटी के साथ दिल्ली जाने वाली ट्रेन का इंतजार कर रही थी। तभी एक अज्ञात शख्स ने मां की नजर से बचाकर बच्ची का अपहरण कर लिया। महिला ने तुरंत जीआरपी में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की।
जीआरपी ने स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज में एक व्यक्ति बच्ची को गोद में लेकर प्लेटफॉर्म से बाहर जाते हुए दिखाई दिया। फुटेज के आधार पर पुलिस ने उसकी पहचान करने की कोशिश की और विभिन्न रेलवे स्टेशनों को अलर्ट जारी किया।

जीआरपी की त्वरित कार्रवाई
Mathura जीआरपी की टीम ने तुरंत हरकत में आते हुए आगरा और दिल्ली की तरफ जाने वाली सभी ट्रेनों में तलाशी अभियान चलाया। सीसीटीवी फुटेज से मिली जानकारी के आधार पर आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर जीआरपी की एक टीम ने तलाशी अभियान शुरू किया।
शुक्रवार दोपहर को आगरा कैंट स्टेशन पर एक व्यक्ति को बच्ची के साथ संदिग्ध हालत में देखा गया। पूछताछ के दौरान वह व्यक्ति घबरा गया और संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। पुलिस ने बच्ची और उस व्यक्ति की पहचान मथुरा से मिली जानकारी के आधार पर की और तुरंत उसे हिरासत में ले लिया।
बच्ची की सकुशल वापसी
गिरफ्तार किए गए आरोपी ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी की पहचान Mathura निवासी सुनील के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि आरोपी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और वह बच्ची को बेचने या किसी अन्य गलत इरादे से ले जा रहा था, इस बारे में आगे की जांच की जा रही है।
बच्ची को सकुशल पाकर उसकी मां की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने जीआरपी की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई के लिए धन्यवाद दिया। जीआरपी Mathura के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह सफलता टीम वर्क और आधुनिक तकनीक, जैसे सीसीटीवी कैमरों के सही इस्तेमाल का नतीजा है। आरोपी के खिलाफ अपहरण और संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। यह घटना रेलवे सुरक्षा के महत्व को एक बार फिर रेखांकित करती है।