Diljit Dosanjh और Hania Aamir: पाकिस्तानी मीडिया की भारत को चुनौती और बढ़ता विवाद

हाल ही में पंजाबी सुपरस्टार Diljit Dosanjh और पाकिस्तानी अभिनेत्री हानिया आमिर के एक साथ काम करने को लेकर भारतीय मनोरंजन जगत में काफी विवाद खड़ा हो गया है। इस विवाद ने दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। पाकिस्तानी मीडिया ने इस मुद्दे को लेकर भारत को चुनौती दी है, जिससे मामला और गरमा गया है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, Diljit Dosanjh अपनी आगामी फिल्म ‘सरदार जी 3’ में पाकिस्तानी अभिनेत्री हानिया आमिर के साथ नजर आने वाले हैं। इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज होते ही भारतीय दर्शकों और सिने एसोसिएशन ने दिलजीत पर जमकर निशाना साधना शुरू कर दिया। इसका मुख्य कारण कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले और उसके बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत की जवाबी कार्रवाई है, जिसने भारत-पाकिस्तान संबंधों को और भी जटिल बना दिया है।

भारतीय जनता और सिने एसोसिएशन का विरोध

भारतीय फिल्म उद्योग से जुड़े कई संगठनों और आम जनता का मानना है कि ऐसे संवेदनशील समय में जब पाकिस्तान से तनाव चरम पर है, किसी पाकिस्तानी कलाकार के साथ काम करना भारतीय भावनाओं को आहत करने वाला और देश के वीर जवानों के बलिदान का अनादर है। फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) के अध्यक्ष बी.एन. तिवारी ने दिलजीत के सभी आगामी प्रोजेक्ट्स पर प्रतिबंध लगाने की मांग तक कर दी है। उनका कहना है कि दिलजीत ने पाकिस्तानी अभिनेत्री के साथ काम करके देश की बेइज्जती की है।

हानिया आमिर का पूर्व रुख और विवाद की जड़

विवाद की एक बड़ी वजह हानिया आमिर के पूर्व सोशल मीडिया पोस्ट भी हैं, जिनमें उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत को लेकर कथित तौर पर नकारात्मक टिप्पणियां की थीं। ऐसे में भारतीय जनता और सिने एसोसिएशन को यह बात नागवार गुजरी कि दिलजीत जैसे बड़े कलाकार ‘दुश्मन मुल्क’ की ऐसी अभिनेत्री के साथ काम कर रहे हैं, जिन्होंने भारत के खिलाफ बयान दिए हैं।

Diljit Dosanjh का स्पष्टीकरण

इस पूरे बवाल पर Diljit Dosanjh ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा है कि जब फिल्म की शूटिंग फरवरी में हुई थी, तब हालात सामान्य थे और किसी तरह का तनाव नहीं था। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब फिल्म को भारत में रिलीज नहीं किया जाएगा और इसे केवल विदेशों में ही प्रदर्शित किया जाएगा। दिलजीत ने अपने बयान में कहा, “चीजें हमारे हाथ में नहीं हैं। प्रोड्यूसर्स का बहुत पैसा लगा हुआ है और जब यह फिल्म बन रही थी तब ऐसा कुछ नहीं था। अब अगर प्रोड्यूसर्स इसे अब्रॉड में लगाना चाहेंगे तो मैं उन्हें सपोर्ट करूंगा।” उन्होंने यह भी कहा कि संगीत देशों को जोड़ता है और वह कला की सीमाओं से ऊपर उठकर काम करने में विश्वास रखते हैं।

पाकिस्तानी मीडिया की चुनौती

इस पूरे प्रकरण में पाकिस्तानी मीडिया ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। हालांकि, सीधे तौर पर कोई ‘चुनौती’ जैसी बात सामने नहीं आई है, लेकिन पाकिस्तानी मीडिया ने इस विवाद को भारत की अंदरूनी समस्या के तौर पर देखा है। वे इस बात पर जोर दे रहे हैं कि भारतीय पक्ष किस तरह अपने ही कलाकारों पर दबाव बना रहा है। कुछ पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट्स ने दिलजीत के ‘कला की कोई सीमा नहीं’ वाले बयान को समर्थन दिया है, जबकि भारतीय मीडिया इसे देश के खिलाफ देखा गया है। पाकिस्तानी मीडिया इस घटना को भारतीय मनोरंजन उद्योग में मौजूद राष्ट्रवादी भावनाओं और कलाकारों की स्वतंत्रता पर सीमाएं थोपने के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहा है।

निष्कर्ष

यह घटना भारत और पाकिस्तान के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के भविष्य पर गंभीर सवाल खड़े करती है। जहां एक ओर कला और कलाकारों को सीमाओं से परे देखने की बात की जाती है, वहीं दोनों देशों के बीच मौजूदा राजनीतिक और सैन्य तनाव अक्सर सांस्कृतिक संबंधों को प्रभावित करता है। Diljit Dosanjh और हानिया आमिर का मामला इस बात का एक और उदाहरण है कि कैसे राजनीतिक माहौल मनोरंजन जगत में भी दरार पैदा कर सकता है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह विवाद किस दिशा में जाता है और क्या इसका दोनों देशों के कलात्मक

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