तेलुगु सिनेमा के मेगास्टार Chiranjeevi ने हाल ही में फिल्म जगत में अपने 47 साल पूरे होने पर एक भावुक और दिल को छू लेने वाला नोट लिखा है। 22 सितंबर को, उन्होंने अपने करियर के इस महत्वपूर्ण पड़ाव का जश्न मनाते हुए, अपने प्रशंसकों और शुभचिंतकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
Chiranjeevi ने अपनी पहली फिल्म “पुनाधिरल्लू” (Punadhirallu) से लेकर आज तक की अपनी यात्रा को याद किया। हालांकि उनकी पहली फिल्म “प्रणम खरीदू” थी, लेकिन “पुनाधिरल्लू” को तकनीकी रूप से पहली फिल्म माना जाता है, क्योंकि इसे पहले फिल्माया गया था। उन्होंने लिखा कि यह 47 साल का सफर केवल उनका नहीं, बल्कि उनके प्रशंसकों का भी है, जिन्होंने उन्हें “मेगास्टार” का दर्जा दिया।
अपने नोट में, Chiranjeevi ने अपने परिवार, गुरुजनों, निर्देशकों, सह-कलाकारों और विशेष रूप से अपने लाखों प्रशंसकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इन 47 सालों में मिले प्यार और सम्मान ने ही उन्हें हर मुश्किल का सामना करने की ताकत दी। उन्होंने यह भी कहा कि सिनेमा उनके लिए सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि एक जुनून है, और वह हमेशा नई कहानियों और किरदारों के साथ दर्शकों का मनोरंजन करने का प्रयास करेंगे।
Chiranjeevi का सफर एक छोटे से कलाकार से शुरू होकर तेलुगु सिनेमा के सबसे बड़े नामों में से एक बनने तक का है। उनकी अनूठी अभिनय शैली, नृत्य कौशल और एक्शन ने उन्हें “मेगास्टार“ की उपाधि दिलाई। उन्होंने कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दीं, जैसे कि “कैदी,” “जगदेका वीरुडु अतिलोका सुंदरी,” “घराणा मोगुडु,” और हाल ही में “वाल्टेयर वीरय्या।” उनकी फिल्में न केवल बॉक्स ऑफिस पर सफल रहीं, बल्कि उन्होंने सामाजिक संदेश भी दिए, जो आज भी प्रासंगिक हैं।
उन्होंने अपने प्रशंसकों को “मेरे दिल का स्पंदन” कहा और उन्हें यह विश्वास दिलाया कि वह अपने काम के माध्यम से हमेशा उनसे जुड़े रहेंगे। Chiranjeevi की यह यात्रा एक प्रेरणा है, जो दर्शाती है कि कड़ी मेहनत, लगन और प्रशंसकों के अटूट प्यार से किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है।
यहां एक वीडियो है जो Chiranjeevi की 1981 की फिल्म “47 रोजुलु” का पूरा वर्जन दिखाता है, जो उनके करियर की शुरुआती फिल्मों में से एक थी।